देशभर में किसानों के लिए एक नया पैसा कमाने का अवसर खुल गया है, जो कि मखाना की खेती से जुड़ा है। यह खास फसल न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है बल्कि इससे किसानों को अच्छा मुनाफा भी हो सकता है। सरकार ने इस फसल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनेक सब्सिडी योजनाओं की घोषणा की है, जिससे किसानों को व्यापारिक रूप से भी लाभ हो सके।
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मखाना, जिसे फॉक्स नट या फॉक्स ग्लोव पदार्थ के रूप में भी जाना जाता है, एक विशेष प्रकार की फसल है जो कि भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न क्षेत्रों में उगाई जाती है। इसके विशेष उत्पादन केंद्र बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हैं, लेकिन इसकी प्रमुख उत्पादन बिहार में होती है। यहां, मखाना की खेती को सरकारी तरीके से प्रोत्साहन मिल रहा है, जिससे किसानों को बेहतरीन उत्पादन की सुविधा और वित्तीय समर्थन प्राप्त हो रहा है।
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सब्सिडी के लाभ
मखाना की खेती एक विशेष फसल है जिसके उत्पादन को सरकारी सब्सिडी के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसमें सब्सिडी का लाभ पाने वाले किसानों को विशेष उपार्जन की संभावना होती है, जो इसे खाने में स्वादिष्ट और सेहतमंद बनाती है। बिहार में इस फसल की खेती को विभिन्न जिलों में प्रोत्साहित किया जा रहा है, जैसे कि कटिहार, दरभंगा, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा, और एरिया समेत पश्चिमी चंपारण जिला। प्रति हेक्टेयर में मखाना की खेती के लिए लगभग 97000 रुपये का खर्च आता है, लेकिन सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली 72750 रुपये की सब्सिडी से किसानों को बड़ी राहत मिलती है। यह उन्हें कम लागत में उत्पादन करने और उससे अधिक मुनाफा कमाने में मदद करता है।
खेती की तकनीक
मखाना की खेती एक विशेष तकनीक से की जाती है। किसानों को पूर्व फसल के बीजों का उपयोग करके पौधों को उगाने की अनुमति होती है। इसमें बड़े पैम्प को तालाब की तरह खुदना होता है और फिर उसमें पौधे लगाए जाते हैं। यह फसल पानी के ऊपर उगती है और इसे तैयार करने में थोड़ी मेहनत और समय लगता है। प्राकृतिक धूप और गर्मी में पानी से सुखाया जाता है और फिर इसे बाजार में बेचा जाता है।
मखाना की खेती से कितना मुनाफा?
अगर आप मखाना की खेती को अपने व्यवसायिक कार्यक्रम में शामिल करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक बहुत ही लाभदायक विकल्प साबित हो सकता है। इसमें अधिकतर किसान डिमांड में पूर्णतः खरे खेत का निर्माण कर सकते हैं, और आप एक डिमांड में तीन से चार लाख रुपये के रूप में बड़े गुणवत्ता वाले मखाना उत्पादन कर सकते हैं। इसके लिए, आपको खेत के माध्यम से एक तालाब का निर्माण करना होगा, जिसकी गहराई लगभग एक से डेढ़ फीट होनी चाहिए।
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बाद में, जब मखाना पौधे उगने लगें, आपको इनकी गांठ और डंठल को अलग-अलग करना होगा, जो इनकी उपज की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेगा। मार्केट में मखाना की अच्छी डिमांड होती है, जिससे आप इन्हें बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने खेत में मछली पालन भी कर सकते हैं, जो आपके व्यावसाय को और भी अधिक मांग मिलने में मदद करेगा।
यश रामभाऊ सदाफुले, पुणे निवासी, एक अनुभवी हिंदी कंटेंट राइटर हैं। उन्होंने Mass communication and journalism में अपनी शिक्षा पूरी की है। यश ने अपने करियर की शुरुआत एग्रोन्यूज इंडिया.कॉम से की, जहां उन्होंने कृषि, ऑटोमोबाइल फाइनेंस और खेल विषयों पर विशिष्ट लेखन किया। यश का लेखन गहन शोध और विश्लेषण पर आधारित होता है, जिससे वे अपने पाठकों को सटीक और विस्तृत जानकारी प्रदान कर पाते हैं। उनके लेखन की स्पष्टता और सजीवता पाठकों को जानकारी के साथ-साथ एक रोचक अनुभव भी प्रदान करती है। यश की लेखनी ने उन्हें हिंदी कंटेंट लेखन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।