सितंबर 25, 2024 | वित्त डेस्क
CIBIL Score के महत्व में बढ़ोतरी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक ऐसा फैसला लिया है जो लोन और क्रेडिट स्कोरिंग के क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत देता है। 1 जनवरी 2025 से, CIBIL Score की अपडेटिंग प्रक्रिया में बड़ा सुधार होने जा रहा है। अब हर 15 दिन में CIBIL Score को अपडेट किया जाएगा, जिससे लोन अप्लाई करने वाले ग्राहकों को त्वरित और सही जानकारी मिलेगी। यह बदलाव न केवल ग्राहकों बल्कि बैंकों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि इससे क्रेडिट स्कोर का तेजी से आकलन हो सकेगा।
डेटा अपडेट की प्रक्रिया नए नियम के अनुसार, क्रेडिट संस्थान अब महीने में दो बार, हर 15 दिन में, ग्राहकों का डेटा क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को भेजेंगे। महीने की 15 तारीख और महीने के अंत तक डेटा भेजा जाएगा। इससे बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों की ताजगीभरी क्रेडिट जानकारी मिल सकेगी, जो लोन देने के निर्णय में सहायता करेगी। यह प्रक्रिया वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा देगी और लोन की प्रक्रिया को और अधिक विश्वसनीय बनाएगी।
CIBIL Score क्या होता है? CIBIL Score आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर तैयार किया गया एक तीन अंकों का नंबर होता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच हो सकता है, और इसका उच्च स्कोर बेहतर क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है। यह स्कोर लोन, क्रेडिट कार्ड या अन्य वित्तीय उत्पाद प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता है। बैंक और वित्तीय संस्थान इस स्कोर का उपयोग ग्राहकों की क्रेडिट प्रोफाइल का आकलन करने के लिए करते हैं, ताकि वे लोन देने में सही निर्णय ले सकें।
अच्छा CIBIL Score और उसके लाभ अच्छा CIBIL Score होने से आपको न केवल लोन आसानी से मिल सकता है, बल्कि कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त करने की संभावना भी बढ़ जाती है। इससे प्री-अप्रूव्ड लोन की सुविधाएं भी प्राप्त हो सकती हैं। यह नया नियम अच्छे स्कोर वाले ग्राहकों के लिए विशेष लाभदायक होगा, क्योंकि अब उन्हें अपने स्कोर को तेजी से अपडेट करने का फायदा मिलेगा।
खराब CIBIL Score के नुकसान दूसरी तरफ, अगर आपका CIBIL Score खराब है, तो आपको लोन मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बैंक और वित्तीय संस्थान लोन देने से मना कर सकते हैं या फिर ऊंची ब्याज दर पर लोन देंगे। खराब स्कोर से इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त करने में भी समस्याएं हो सकती हैं, और कई मामलों में इंश्योरेंस कंपनियां अधिक प्रीमियम वसूल सकती हैं। इसीलिए अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारना आवश्यक है।
CIBIL Score सुधारने के उपाय CIBIL Score सुधारने के लिए आपको नियमित रूप से अपनी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर करना होगा। साथ ही, क्रेडिट लिमिट का संतुलित उपयोग करना चाहिए और लोन सेटलमेंट से बचना चाहिए। नियमित रूप से अपना CIBIL Score चेक करते रहें, ताकि किसी भी गलती का तुरंत समाधान किया जा सके। इससे आपका स्कोर धीरे-धीरे सुधरेगा और आपको भविष्य में लोन प्राप्त करने में सहूलियत होगी।
नए नियम से वित्तीय पारदर्शिता RBI का यह निर्णय क्रेडिट सिस्टम में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए किया गया है। इससे बैंकों को ग्राहकों की वास्तविक क्रेडिट स्थिति का सटीक आकलन करने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, यह ग्राहकों को समय पर भुगतान करने की आदत को बढ़ावा देगा, जिससे वित्तीय अनुशासन और जिम्मेदारी का विकास होगा।
क्या होगा बदलाव? इस नए नियम के लागू होने के बाद, हर 15 दिन में CIBIL Score अपडेट होने लगेगा। इससे ग्राहकों को लोन स्वीकृति में तेजी मिलेगी और बैंकों के लिए जोखिम का सही आकलन करना आसान होगा। यह क्रेडिट सिस्टम को और अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाएगा, जिससे लोन की प्रक्रिया में सुगमता आएगी।
CIBIL Score के भविष्य के रुझान इस बदलाव के बाद, CIBIL Score की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। ग्राहकों को अब अपनी क्रेडिट हिस्ट्री का विशेष ध्यान रखना होगा और समय पर सभी भुगतानों को सुनिश्चित करना होगा। यह नियम भारतीय वित्तीय बाजार को और अधिक संगठित और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष:
CIBIL Score में हुए इस बदलाव से ग्राहकों और बैंकों दोनों को लाभ मिलेगा। पारदर्शिता और समय पर अपडेट होने से लोन प्रक्रिया तेज और सटीक हो जाएगी, लेकिन यह उन लोगों के लिए चुनौती होगी जो समय पर अपनी किस्तें नहीं भरते।
Disclaimer: इस समाचार में दी गई जानकारी विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों और रिपोर्ट्स पर आधारित है। हालांकि, सटीकता सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किया गया है, लेकिन पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले संबंधित संस्थानों या विशेषज्ञों से परामर्श लें। लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार की त्रुटि या चूक के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।