By Health News Desk, September 14, 2024
कैंसर एक घातक बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि हम जो तेल खाने में इस्तेमाल करते हैं, वह भी कैंसर के जोखिम से जुड़ा होता है। खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले तेल की गुणवत्ता और उसका सही तरीके से उपयोग करना कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। आज हम आपको उन पांच तरह के तेलों के बारे में बता रहे हैं जो न केवल कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं बल्कि आपके दिल को भी स्वस्थ रखेंगे।
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विशेषज्ञों का कहना है कि कैंसर से बचाव के लिए उन तेलों का चयन करना चाहिए जो हानिकारक यौगिकों से मुक्त हों। किसी भी तेल को बार-बार गर्म करने या बार-बार उपयोग करने से उसमें कैंसर उत्पन्न करने वाले यौगिक बनने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, यह जरूरी है कि तेल का उपयोग सही तापमान और सही तरीके से किया जाए। कोई भी तेल पूरी तरह से ‘कैंसर-फ्री’ नहीं होता, लेकिन इसके गुण और उपयोग की विधि से इसे सेहत के लिए फायदेमंद बनाया जा सकता है।
अखरोट का तेल एक बेहतरीन विकल्प है, जिसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह तेल कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसका उपयोग सलाद ड्रेसिंग और तैयार व्यंजनों पर छिड़कने के लिए किया जाता है। इसे ज्यादा तापमान पर गर्म करने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इससे इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
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फ्लैक्ससीड ऑयल भी ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण कैंसर से सुरक्षा प्रदान करते हैं। हालांकि, इस तेल को खाना पकाने में उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गर्म होने पर अपना प्रभाव खो सकता है। इसे ठंडे व्यंजनों जैसे सलाद या स्मूथी में मिलाकर खाया जा सकता है।
नारियल का तेल एक और महत्वपूर्ण विकल्प है जो उच्च तापमान पर भी स्थिर रहता है। इसमें हानिकारक ट्रांस फैट नहीं होते और यह एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है। नारियल तेल का उपयोग तलने और बेकिंग जैसे उच्च तापमान वाले खाना पकाने में किया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से कैंसर के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
एवोकाडो ऑयल भी एक अच्छा विकल्प है जिसमें हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। इसका स्मोक पॉइंट ज्यादा होने के कारण यह तेल गर्मी के बावजूद हानिकारक यौगिक उत्पन्न नहीं करता। इसे तलने, ग्रिलिंग और उच्च तापमान पर पकाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह तेल दिल को भी स्वस्थ रखने में मददगार होता है।
आखिरी विकल्प के रूप में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल आता है, जो मोनोअनसैचुरेटेड फैट और पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है। अध्ययनों से पता चला है कि जैतून का तेल कुछ प्रकार के कैंसर, विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर, के जोखिम को कम कर सकता है। इसका उपयोग कम तापमान पर पकाने और सलाद के लिए सबसे उपयुक्त होता है।
तेलों का सही चयन और उनका सही उपयोग आपकी सेहत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अगर आप अपने खानपान में इन तेलों का सही तरीके से उपयोग करेंगे तो न केवल आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं बल्कि दिल की सेहत को भी बेहतर रख सकते हैं।
इसलिए, ध्यान रखें कि तेल का चुनाव करते समय उसकी गुणवत्ता, बनाने की विधि और उपयोग की सीमा को समझें। इससे न केवल आप कैंसर के खतरे से दूर रह सकते हैं बल्कि समग्र रूप से बेहतर स्वास्थ्य का आनंद भी उठा सकते हैं।
(यह लेख जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार की बीमारी से संबंधित उपचार के लिए विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)