तारीख: 20 सितंबर 2024
स्रोत: आर्थिक समाचार डेस्क
क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
क्रेडिट स्कोर या CIBIL स्कोर का नाम आपने अक्सर सुना होगा। यह शब्द आजकल आम भाषा का हिस्सा बन गया है, लेकिन यह समझना बेहद जरूरी है कि आखिर क्रेडिट स्कोर होता क्या है। जब आप बैंक से लोन लेने की सोच रहे होते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर ही आपकी आवेदन प्रक्रिया को प्रभावित करता है। यह आपके लोन के अप्रूवल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
क्रेडिट स्कोर का महत्त्व
क्रेडिट स्कोर एक तरह का अंक है, जो आपकी क्रेडिट क्षमता को मापता है। यह स्कोर बैंक या किसी भी वित्तीय संस्थान को बताता है कि आप उधार ली गई राशि को कितनी कुशलता से चुका सकते हैं। भारत में CIBIL स्कोर आमतौर पर 300 से 900 के बीच होता है। उच्च स्कोर का मतलब है कि आपका क्रेडिट इतिहास अच्छा है, और इससे लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
CIBIL और क्रेडिट स्कोर में अंतर
क्रेडिट स्कोर और CIBIL स्कोर शब्दों का उपयोग अक्सर एक ही तरह से किया जाता है, लेकिन दोनों में अंतर है। CIBIL, यानी TransUnion CIBIL Limited, भारत की एक प्रमुख क्रेडिट जानकारी देने वाली कंपनी है। यह कंपनी लाखों लोगों का क्रेडिट डेटा इकट्ठा करती है, जिससे उनका CIBIL स्कोर तैयार होता है। भारत में CIBIL की विश्वसनीयता इतनी है कि अक्सर इसे ही क्रेडिट स्कोर के नाम से पहचाना जाता है।
क्रेडिट स्कोर का महत्व
आपका क्रेडिट स्कोर किसी भी वित्तीय संस्थान को यह निर्णय लेने में मदद करता है कि आपको लोन दिया जाए या नहीं। व्यक्तिगत लोन हो, मेडिकल इमरजेंसी, शादी या परिवार की अन्य जरूरतें, हर स्थिति में आपका क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण होता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है, तो लोन की मंजूरी मुश्किल हो सकती है। इसलिए, लोन आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करना बेहद जरूरी है।
क्रेडिट स्कोर कैसे प्रभावित होता है?
आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कई कारक होते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है आपका भुगतान इतिहास। अगर आपने समय पर लोन की ईएमआई या क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं किया है, तो आपका स्कोर गिर सकता है। साथ ही, अगर आपने अपने क्रेडिट लिमिट का अधिक उपयोग किया है, तो यह भी आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक उपयोग
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का 30% से अधिक उपयोग करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नीचे ला सकता है। इसके अलावा, अगर आपके ऊपर काफी उधार है और आप केवल न्यूनतम राशि का भुगतान कर रहे हैं, तो भी स्कोर गिर सकता है। यही नहीं, आपका क्रेडिट इतिहास जितना लंबा होगा, आपका स्कोर उतना ही बेहतर माना जाएगा।
क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें?
अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, लोन या क्रेडिट कार्ड की ईएमआई को समय पर चुकाने के लिए रिमाइंडर सेट करें। इसके अलावा, पुराने क्रेडिट कार्ड्स को बनाए रखें ताकि आपका क्रेडिट इतिहास लंबा हो सके। क्रेडिट उपयोग को नियंत्रित करके अपने उपयोग अनुपात को स्वस्थ रखें।
नए लोन लेने से पहले सावधानी बरतें
एक साथ ज्यादा कर्ज लेने से बचें। एक लोन चुकाने के बाद ही दूसरा लोन लें। इससे आपका क्रेडिट स्कोर धीरे-धीरे बेहतर हो सकता है। इसके अलावा, सुरक्षित और असुरक्षित लोन का मिश्रण चुनकर अपना स्कोर बढ़ाने का प्रयास करें। जैसे-जैसे आप अपने लोन की ईएमआई और अन्य भुगतान समय पर करते रहेंगे, आपका स्कोर सुधरता जाएगा।
बेहतर स्कोर के साथ लोन के फायदे
एक बार आपका क्रेडिट स्कोर मजबूत हो जाता है, तो आप कई प्रकार के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं, जैसे कार लोन, होम लोन और क्रेडिट कार्ड्स। जब आपका स्कोर अच्छा होता है, तो आपको बेहतर ब्याज दरों और अधिक लोन राशि के साथ लोन मिल सकता है। इस प्रकार, आप आसानी से अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।
HDFC बैंक से पर्सनल लोन का विकल्प
HDFC बैंक से पर्सनल लोन लेकर आप अपनी वित्तीय चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। बैंक कई सुविधाओं के साथ किफायती ब्याज दर पर लोन प्रदान करता है। साथ ही, आप इसे आसान ईएमआई के जरिए चुका सकते हैं, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर स्वस्थ बना रहता है। इसके लिए, आपको अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करना चाहिए।
HDFC बैंक से क्रेडिट स्कोर जांचें
अगर आप अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करना चाहते हैं, तो HDFC बैंक आपको यह सुविधा भी देता है। आप HDFC बैंक की वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट स्कोर की जांच कर सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया सरल और मुफ्त है।
शर्तें और नियम लागू। HDFC बैंक के पर्सनल लोन की स्वीकृति बैंक के मानकों और आवश्यक दस्तावेजों पर निर्भर करती है।